माँ तुत्लेश्वरी भवानी मंदिर (तुतला धाम)
प्रकृति की गोद में स्थित माँ तुतला भवानी का मंदिर और इसके आस पास का प्राकृतिक दृश्य अत्यन्त ही सुन्दर, मनोरम और अलौकिक है | तुतला भवानी मंदिर पहाड़ी की घाटी में स्थित है और इसके ठीक उपर स्थित जलप्रपात की फुहारें मंदिर को छूते हुए निकलती हैं | ऐसी मान्यता है कि उपर से गिरने वाले पानी की बुँदे अगर सीधे आपके मुँह में गिरती है तो माता की कृपा आप पर है| यहाँ छोटे पथ्थरो की बहुत सारी घरनुमा आकृतिया देखने को मिलती है जो यहाँ आने वाले भक्तो द्वारा बनायीं गयी होती हैं, एक मान्यता के अनुसार इन्हे बनाने से वास्तविक घर की प्राप्ति होती है| कहा जाता है की सच्चे मन से तुत्लेश्वरी भवानी के दर्शन से मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है, शारदीय नवरात्र की नवमी तथा श्रवण पूर्णिमा के शुभ अवसर पर माता के दर्शन करने के लिए दूर दूर से लोग यहाँ आते है और माता के आशीर्वाद प्राप्त करते है| माता का यह मंदिर अति प्राचीन है और यहाँ उनकी दो प्रतिमाएं है | इतिहासकारो के अनुसार यहाँ मिलने वाला सबसे पुराना शिलालेख शारदा लिपि में 8 वीं सदी का है और इससे यह पता चलता है की यहाँ 8 वीं सदी के पहले से ही यहाँ पूजा चलती आ र